तुमने कब मुझको अपनाया
मैंने कब तुमको ठुकराया
इस जग के नियम मुताबिक
हमको प्रेमी कौन कहेगा
फिर क्यों जीवित यह प्रेम रहेगा
जग क्या जाने प्रेम निभाना
इसको कब आया अपनाना
इन शब्दो ने, इन गीतो ने
इसको कितनी बार सिखाया
कहा समझ यह फिर भी पाया
कृते अंकेश
मैंने कब तुमको ठुकराया
इस जग के नियम मुताबिक
हमको प्रेमी कौन कहेगा
फिर क्यों जीवित यह प्रेम रहेगा
जग क्या जाने प्रेम निभाना
इसको कब आया अपनाना
इन शब्दो ने, इन गीतो ने
इसको कितनी बार सिखाया
कहा समझ यह फिर भी पाया
कृते अंकेश
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