क्या सचमुच तुमने यह दुनिया बनायीं
संभोगरत इंसान सारे
मौत ने नींदे उड़ाई
दे रही दस्तक समय पर
एक प्रलय इनकी सजाई
सच बताओ क्या तुमने यह दुनिया बनायीं
या कहो दुर्घटना थी यह
न विकल्प कोई शेष था
किसी स्वर्गिक अन्वेषण का
यह परिणाम विशेष था
फलस्वरूप उस शोध की तुमने भी एक ट्राफी सजाई
क्या सचमुच तुमने यह दुनिया बनायीं
कृते अंकेश
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