चेहरे के पीछे चेहरे छुपकर जाने किस चेहरे को देखा करते है
चेहरे अपने ही चेहरे में एक चेहरा बन सोचा करते है
चेहरों की यह साजिश है जो चेहरे ही सुलझाते है
चेहरे चेहरों के बीच कही एक उलझा चेहरा पाते है
ख्वाइश एक ऐसा चेहरा है जो हर चेहरे में मिलता है
खामोश कभी यह छिपता है मदहोश कभी यह दिखता है
चेहरों की इस रिमझिम से हम जाने कितने चेहरे ले जाते है
लेकिन जब एक तेरा चेहरा पाते है हर चेहरा भूल हम जाते है ...
कृते अंकेश
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