कहानी अधूरी ही रह जाती
अगर तुम छोड़ देते सपनो को सिरहाने
उबलते रहने के लिये हमेशा
मिट्टी में पड़े निशान
आवाज है तुम्हारे कदमो के जाने की
सुनता हू में आज भी
इनका सूनापन
अगर तुम छोड़ देते सपनो को सिरहाने
उबलते रहने के लिये हमेशा
मिट्टी में पड़े निशान
आवाज है तुम्हारे कदमो के जाने की
सुनता हू में आज भी
इनका सूनापन
कृते अंकेश
No comments:
Post a Comment