बस इक बार कहो तुम मेरी हो
मैंने जीवन की राह चुनीं
उस पनघट की ही छॅाह चुनी
जिस पर लगती तेरी फेरी हो
इक बार कहो तुम मेरी हो
मैंने शब्दों को बहलाया
सब कुछ हैं उनको समझाया
पहुचे जो तुम तक अगर कभी
कह देना फिर न देरी हो
इक बार कहो तुम मेरी हो
कृते अंकेश
मैंने जीवन की राह चुनीं
उस पनघट की ही छॅाह चुनी
जिस पर लगती तेरी फेरी हो
इक बार कहो तुम मेरी हो
मैंने शब्दों को बहलाया
सब कुछ हैं उनको समझाया
पहुचे जो तुम तक अगर कभी
कह देना फिर न देरी हो
इक बार कहो तुम मेरी हो
कृते अंकेश
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