में हर एक पल में जीता हूँ
में हर एक पल में मरता हूँ
हर पल मेरा एक सपना है
में सपना पूरा करता हूँ
में हर एक पल में मरता हूँ
हर पल मेरा एक सपना है
में सपना पूरा करता हूँ
में पंखो को फैलाता हूँ
में आसमान में उड़ता हूँ
में दूर गगन तक जाता हूँ
में तारो से भी मिलता हूँ
में जीता हूँ मुस्कानों में
में अश्को में भी घुलता हूँ
में चलता हूँ खुशियों के संग भी
में अफसोसो में पलता हूँ
मेरे साए में जीत छिपी
मैं हारा भी तो करता हूँ
लेकिन उठता फिर फिर चलता
में नहीं कभी भी डरता हूँ
कृते अंकेश
में आसमान में उड़ता हूँ
में दूर गगन तक जाता हूँ
में तारो से भी मिलता हूँ
में जीता हूँ मुस्कानों में
में अश्को में भी घुलता हूँ
में चलता हूँ खुशियों के संग भी
में अफसोसो में पलता हूँ
मेरे साए में जीत छिपी
मैं हारा भी तो करता हूँ
लेकिन उठता फिर फिर चलता
में नहीं कभी भी डरता हूँ
कृते अंकेश
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