वो उलझता रहा
तारीफे करता रहा
सुन्दर फीतों की
में भी चुपचाप सुनता रहा
प्रत्युत्तर में सिर हिलाता रहा
इंतज़ार करता रहा उसके जाने का
अपने नंगे कदमो को आगे बढाने का
कृते अंकेश
तारीफे करता रहा
सुन्दर फीतों की
में भी चुपचाप सुनता रहा
प्रत्युत्तर में सिर हिलाता रहा
इंतज़ार करता रहा उसके जाने का
अपने नंगे कदमो को आगे बढाने का
कृते अंकेश
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