ankesh_writes
Thursday, September 08, 2011
फिर दहला है कोई शहर
फिर से हलचल सी आई है
जागो अब तो संभलो जानो
की लेनी अब अंगड़ाई है
कृते अंकेश
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment