रेतसे घर मैं बनाता
फिर पवन से था बचाता
टूटकर गिरना ही था
आ जमी में मिलना ही था
मैं नहीं पर हार पाता
फिर से मिट्टी को उठाता
आ जमी में मिलना ही था
ओ पवन यह कारवा
मेरा नहीं पर रुक सकेगा
हार भी यहाँ जश्न है
यह सफ़र अब न थमेगा
मौत से भी कह देना ठहेरे
उस घडी ही बात होगी
जब जीत मेरे साथ होगी
जब जीत मेरे साथ होगी
कृते अंकेश
फिर पवन से था बचाता
टूटकर गिरना ही था
आ जमी में मिलना ही था
मैं नहीं पर हार पाता
फिर से मिट्टी को उठाता
रंग सपनो के लगाता
उस घडी चलना ही थाआ जमी में मिलना ही था
ओ पवन यह कारवा
मेरा नहीं पर रुक सकेगा
हार भी यहाँ जश्न है
यह सफ़र अब न थमेगा
मौत से भी कह देना ठहेरे
उस घडी ही बात होगी
जब जीत मेरे साथ होगी
जब जीत मेरे साथ होगी
कृते अंकेश
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