भूख से अभी नहीं
सामना मेरा हुआ
कैसे बोलो लिख दूं में
उन करोडो की व्यथा
लिख सकूंगा जो कभी
वह तो मात्र अंश है
यह सभ्यता अभी
मनुष्यता पर दंश है
कृते अंकेश
सामना मेरा हुआ
कैसे बोलो लिख दूं में
उन करोडो की व्यथा
लिख सकूंगा जो कभी
वह तो मात्र अंश है
यह सभ्यता अभी
मनुष्यता पर दंश है
कृते अंकेश
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