तुझ से पुकारी जाऊंगी
तुझ से सवारी जाऊंगी
मैं साँझ हूँ तेरी सखे
तुझ में कही ढल जाऊंगी
जा जीत ले तू जिन्दगी
हर लक्ष्य को तू प्राप्त कर
तेरी विजय की रात में
मैं कामिनी बन जाऊंगी
तुझ से पुकारी जाऊंगी
तुझ से सवारी जाऊंगी
मैं साँझ हूँ तेरी सखे
तुझ में कही ढल जाऊंगी
आखेट सा मेरा गमन
यह जिंदगी है अनुसरण
हर अधूरी प्रतिज्ञा का
मोल मैं अज्माऊंगी
तुझ से पुकारी जाऊंगी
तुझ से सवारी जाऊंगी
मैं साँझ हूँ तेरी सखे
तुझ में कही ढल जाऊंगी
बन विरागी जीव सा
मेरा वियोगी अंतर्मन
कर रहा है साधना
उस स्वप्न सुख का चिंतन
उस अधूरी रात की
मैं रागिनी बन जाऊंगी
मैं साँझ हूँ तेरी सखे
तुझ में कही ढल जाऊंगी
तुझ से पुकारी जाऊंगी
तुझ से सवारी जाऊंगी
मैं साँझ हूँ तेरी सखे
तुझ में कही ढल जाऊंगी
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