इश्क में जलना कहा, मिटना कहा, होता कहा
इश्क तो दरिया है वो, जिसमे जब बहा, खुलकर बहा
है कहा फिर इश्क वो जो, तोड़ दे दिल को अगर,
इश्क तो होता वही, जो होकर जुदा भी दिल में रहा
कृते अंकेश
इश्क तो दरिया है वो, जिसमे जब बहा, खुलकर बहा
है कहा फिर इश्क वो जो, तोड़ दे दिल को अगर,
इश्क तो होता वही, जो होकर जुदा भी दिल में रहा
कृते अंकेश
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