लूट रहा है देश को कोई
कोई घर को तोड़ रहा
कोई सत्ता में आने को
सारे नंबर जोड़ रहा
कोई आरक्षण के वादे
देकर वोट झटकता है
कोई कुछ रंगों के झंडे
बस हाथो में रखता है
अपराधो की श्रखलाओ में
सबको पीछे छोड़ चुका
सत्ता के गलियारों से वो
अपना सम्बन्ध जोड़ चुका
ऐसी पावन राजनीति का
हुआ प्रदर्शन और कहा
हमें गर्व है इस विश्व का
सबसे बड़ा लोकतंत्र यहाँ
कृते अंकेश
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