हिंदी दिवस की शुभकामनाये
हिंदी उदगार है
अभिव्यंजना है हिंद की
वाणी है यह थार की, पंजाब की, बंगाल की
है समेटे बोलियाँ यह बृज, अवध, महाराष्ट्र की
गूजती दक्षिण में भी है वेदना पठार की
इतिहास इसने ही लिखा है मगध के अभिमान का
नालंदा की शान का सारे हिन्दुस्तान का
जीवंत है यह सदा हिंद के अनुस्वार में
है मधुर भाषा प्रिये यह सदा व्यव्हार में
कृते अंकेश
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