हसरतो का क्या
वो तो तमन्नाये है दिल की
बन बेआवरू उमड़ेगी हर पल हर घडी
उम्र के बेवाक पल और जीवन का यह मोड़
बहकायेगा हजारो बार
मन करेगा उतर जाने को समुद्र में
और जाने को लहरों के पार
हिमाद्राक्षित चोटिया नजर आएँगी नजदीक
जो हो सकती है मीलो दूर कही उस पार
पर नहीं है गलत इनमे से कुछ कर गुजरना
क्यूंकि वक़्त भी नहीं आएगा यह बार बार
कृते अंकेश
वो तो तमन्नाये है दिल की
बन बेआवरू उमड़ेगी हर पल हर घडी
उम्र के बेवाक पल और जीवन का यह मोड़
बहकायेगा हजारो बार
मन करेगा उतर जाने को समुद्र में
और जाने को लहरों के पार
हिमाद्राक्षित चोटिया नजर आएँगी नजदीक
जो हो सकती है मीलो दूर कही उस पार
पर नहीं है गलत इनमे से कुछ कर गुजरना
क्यूंकि वक़्त भी नहीं आएगा यह बार बार
कृते अंकेश
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