एक एक कर बढता है
वह मील का पत्थर
अंतिम सफर तक चलता है
वह मील का पत्थर
बनता गवाह हर कारवा का
वह मील का पत्थर
मूर्त है फिर भी है जीता
वह मील का पत्थर
सेकड़ो को राहे बताता
वह मील का पत्थर
कल से कल को है मिलाता
वह मील का पत्थर
गाव से शहरो को जाता
वह मील का पत्थर
वह मील का पत्थर
नन्हा है लेकिन बड़ा है
वह मील का पत्थर
आज भी गुमसुम खड़ा है
वह मील का पत्थर
वह मील का पत्थर
अंतिम सफर तक चलता है
वह मील का पत्थर
बनता गवाह हर कारवा का
वह मील का पत्थर
मूर्त है फिर भी है जीता
वह मील का पत्थर
सेकड़ो को राहे बताता
वह मील का पत्थर
कल से कल को है मिलाता
वह मील का पत्थर
गाव से शहरो को जाता
वह मील का पत्थर
भटको को मंजिल दिखाता
नन्हा है लेकिन बड़ा है
वह मील का पत्थर
आज भी गुमसुम खड़ा है
वह मील का पत्थर
1 comment:
gud 1....simple yet complex....
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